बारिश के मौसम में खाने वाले जड़ी बूटियाँऔर पोषिक आहार

बारिश के मौसम में कौनसी जड़ी-बूटियाँ और खाद्य पदार्थ खाने चाहिए?

बारिश का मौसम और जड़ी-बूटियाँ

बारिश का मौसम अपने साथ ठंडक, ताजगी और नई ऊर्जा लेकर आता है, लेकिन इस दौरान संक्रमण, बीमारियों और मौसमी एलर्जी का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में खुद को स्वस्थ और सुरक्षित बनाए रखने के लिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। इसके लिए सही खानपान, जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक उपायों का नियमित सेवन आवश्यक है। आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियाँ और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का विस्तार से वर्णन मिलता है, जो मानसून के दौरान आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर आपकी सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कि इस मौसम में किन जड़ी-बूटियों और खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाना चाहिए।

मानसून में खाने के लिए 7 फायदेमंद जड़ी-बूटियाँ (Beneficial herbs to eat in monsoon)

तुलसी (Basil): तुलसी भारतीय घरों में एक पवित्र पौधा माना जाता है और इसे औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। तुलसी के पत्तों में एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो सर्दी, खांसी और फ्लू से बचाते हैं। इसे आप चाय या काढ़े में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। मानसून के दौरान तुलसी का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है और शरीर संक्रमण से बचा रहता है।

अदरक (Ginger): अदरक एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व है, जो पाचन तंत्र को मजबूत रखता है। मानसून के मौसम में अदरक की चाय न सिर्फ शरीर को गर्म रखती है, बल्कि सर्दी-खांसी से भी राहत दिलाती है। इसे अपने आहार में शामिल करके आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।

मुलेठी (Licorice Root): मुलेठी गले की खराश और खांसी जैसी समस्याओं के लिए फायदेमंद है। मानसून के मौसम में गले से संबंधित समस्याएं बढ़ जाती हैं, ऐसे में मुलेठी का काढ़ा बनाकर या चाय में डालकर इसका सेवन करना बेहद लाभकारी होता है।

आंवला (Indian Gooseberry): आंवला विटामिन C से भरपूर होता है, जो आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। आंवला का रस, मुरब्बा या चूर्ण का सेवन करने से मानसून के दौरान शरीर को आवश्यक पोषण मिलता है और संक्रमण से बचाव होता है।

शहद (Honey): शहद अपने एंटीमाइक्रोबियल गुणों के लिए प्रसिद्ध है और यह गले की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। इसे आप गर्म पानी, चाय या काढ़े में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। मानसून के मौसम में शहद का सेवन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

नीम (Neem): नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो त्वचा संबंधी समस्याओं से बचाते हैं। मानसून के दौरान फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में नीम का सेवन या इसके पत्तों का लेप त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है।

हल्दी (Turmeric): हल्दी एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर को संक्रमणों से बचाती है। मानसून में हल्दी वाला दूध या हल्दी का काढ़ा पीना फायदेमंद होता है, जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है।

मानसून में सेहत के लिए 7 पौष्टिक खाद्य पदार्थ (7 Nutritious foods for health in monsoon)

गर्म और हल्का भोजन: मानसून के दौरान पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, इसलिए हल्का और सुपाच्य भोजन का सेवन करें। मूंग दाल, खिचड़ी और ताजे गरम फुलके मानसून में खाने के लिए सबसे अच्छे विकल्प हैं। यह पाचन में सहायक होते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।

भुने हुए स्नैक्स: मानसून में तले हुए खाने से बचें और उसकी जगह भुने हुए स्नैक्स जैसे मूंगफली, मखाना या चना का सेवन करें। ये हल्के होते हैं और पाचन में आसानी होती है।

गर्म सूप: सब्जियों का सूप, टमाटर का सूप और दाल का सूप मानसून के लिए उपयुक्त होते हैं। ये सूप न केवल शरीर को गर्म रखते हैं बल्कि पोषण भी प्रदान करते हैं। मानसून में गरम सूप पाचन को बेहतर बनाता है और संक्रमण से बचाव करता है।

मसालेदार चाय और काढ़ा: मानसून के दौरान अदरक, तुलसी और काली मिर्च वाली चाय का सेवन सर्दी-खांसी और गले की समस्याओं से बचाता है। इसके अलावा हल्दी और गिलोय का काढ़ा इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।

मौसमी सब्जियाँ: हरी पत्तेदार सब्जियों से मानसून में बचना चाहिए, क्योंकि उनमें बैक्टीरिया की संभावना अधिक होती है। इसके बजाय लौकी, घीया, तुरई और भिंडी जैसी मौसमी सब्जियाँ खाना अच्छा विकल्प है। ये सब्जियाँ पाचन में मदद करती हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं।

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ: मानसून में शरीर की इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए प्रोटीन का सेवन आवश्यक है। मूंगफली, पनीर, अंडे और दही जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और बीमारी से लड़ने में मदद करता है।

फल: बारिश के मौसम में पानी वाले फलों जैसे तरबूज और खरबूज से बचना चाहिए। सेब और नाशपाती जैसे फलों का सेवन इस मौसम में उपयुक्त होता है, क्योंकि ये शरीर को आवश्यक विटामिन और मिनरल्स प्रदान करते हैं।

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निष्कर्ष

बारिश का मौसम संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है, लेकिन सही खानपान और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन करने से आप अपनी सेहत को बेहतर बनाए रख सकते हैं। इन जड़ी-बूटियों और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन मानसून के मौसम में न सिर्फ आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाता है बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है। मानसून का मज़ा लेने के साथ-साथ सेहत का भी ध्यान रखें और इन प्राकृतिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।