गले में गांठ (Lump in the Neck)
स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएँ हमें अचानक से घेर लेती हैं। उनमें से एक है गले में गांठ। यह समस्या सुनने में भले ही छोटी लगे, लेकिन जब किसी व्यक्ति के गर्दन में अचानक से कोई सूजन या गांठ महसूस होती है, तो उसके मन में तरह-तरह के सवाल उठने लगते हैं। जैसे कि- क्या यह सामान्य समस्या है?, क्या यह किसी गंभीर रोग का संकेत हो सकता है?, क्या इसका इलाज घर पर संभव है या तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए? इन सभी सवालों का जवाब आज हम आपको विस्तार से देंगे|
आज हम जानेंगे कि गर्दन में गांठ होना क्या होता है, यह क्यों होती है,इसके कारण, घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय और इसे ठीक कैसे करें|
गले में गांठ क्या होती है? (What is a Lump in the Throat?)
गले की गांठ का मतलब है गले के अंदर या बाहर की तरफ कोई उभरी हुई सूजन आना, जिसे छूने पर कठोर या मुलायम महसूस किया जा सकता है।
- गले की गांठ छोटी भी हो सकती है और बड़ी भी।
- कुछ गांठें दर्द रहित होती हैं, जबकि कुछ गांठों में हल्का या तेज दर्द महसूस होता है।
- कई बार यह गांठ अस्थायी होती है और कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कई बार यह लंबे समय तक बनी रहती है और चिकित्सा की ज़रूरत पड़ती है।
गले में गांठ क्यों होती है? (What Causes a lump in the Throat?)
गले की गांठ (lump in throat) बनने के कई कारण हो सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि हर गांठ गंभीर बीमारी का लक्षण हो। आइए गले की गांठ के कारण जानते हैं:
1. थायरॉइड ग्रंथि की समस्या
- गले में गांठ होने का कारण है थायरॉइड ग्रंथि का असंतुलन होना।
- जब थायरॉइड ग्रंथि बढ़ जाती है या उसमें नोड्यूल (गांठ जैसी सूजन) बनती है, तो यह बाहर से भी दिखाई देने लगती है।
- हाइपरथायरॉइडिज्म या हाइपोथायरॉइडिज्म दोनों ही स्थिति में यह समस्या हो सकती है।
2. लिम्फ नोड्स का बढ़ना
- संक्रमण (इन्फेक्शन) होने पर गले के लिम्फ नोड्स सूज जाते हैं, जिससे गर्दन में गांठ बन सकती है।
- यह सूजन अक्सर सर्दी-जुकाम, टॉन्सिल इंफेक्शन या गले के संक्रमण की वजह से होती है।
- यह आमतौर पर दर्दनाक होती है और गांठ का इलाज करने के बाद धीरे-धीरे कम हो जाती है।
3. थूक ग्रंथियों की सूजन (Salivary Glands)
- गले में गांठ का कारण लार बनाने वाली ग्रंथियों का संक्रमण या ब्लॉकेज भी हो सकता है।
- इसमें खाने-पीने के समय सूजन और दर्द बढ़ जाता है।
4. सिस्ट (Cyst)
- कई बार गले में तरल पदार्थ से भरी थैली यानी सिस्ट बन जाती है।
- यह सामान्यतः हानिरहित होती है, लेकिन कभी-कभी इसके इलाज की आवश्यकता पड़ सकती है।
5. टॉन्सिलाइटिस
- बच्चों और युवाओं में टॉन्सिल्स की सूजन से गले में गांठ जैसी समस्या हो सकती है।
- इसमें गले में दर्द, निगलने में परेशानी और बुखार भी हो सकता है।
6. कैंसर या ट्यूमर
- बहुत कम मामलों में गले की गांठ कैंसर या ट्यूमर का संकेत हो सकती है।
- यदि गांठ लगातार बढ़ रही है, दर्द नहीं हो रहा है और वजन तेजी से घट रहा है, तो तुरंत इसकी जांच करवाना जरूरी है।
गले की गांठ के लक्षण क्या है? (What are the Symptoms of a Lump in Neck?)
गर्दन में गांठ के साथ-साथ कई तरह के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि गांठ किस वजह से बनी है:
- गले में सूजन या उभार
- निगलने में दिक्कत
- गले या कान में दर्द होना
- गले में खराश या भारीपन
- लगातार खांसी या गले में खराश
- बुखार (यदि संक्रमण के कारण हो)
- सांस लेने में परेशानी (बड़ी गांठ होने पर)
- थकान, कमजोरी या वजन कम होना (थायरॉइड या कैंसर में)
गले में गांठ का इलाज कैसे करें? (How to Treat a Lump in the Neck?)
गले की गांठ का इलाज उसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है।
1. डॉक्टर से जांच करवाएँ
- यदि गांठ कुछ दिनों में खुद ठीक नहीं होती है, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
- डॉक्टर शारीरिक जांच, खून की जांच, अल्ट्रासाउंड या बायोप्सी कर सकते हैं।
2. दवाइयाँ
- यदि गांठ संक्रमण के कारण है, तो एंटीबायोटिक या अन्य दवाइयाँ दी जाती हैं।
- थायरॉइड समस्या में हार्मोन संतुलन करने वाली दवाइयाँ दी जाती हैं।
3. सर्जरी
- यदि गांठ कैंसर, ट्यूमर या बड़ी सिस्ट के कारण है, तो इसमें सर्जरी की ज़रूरत पड़ सकती है।
गले की गांठ से बचाव और घरेलू उपचार
छोटी या सामान्य गांठों को ठीक करने में घरेलू उपाय भी कारगर साबित हो सकते हैं। आइए गले में गांठ के घरेलू उपाय के बारें में जानते है:
1. गुनगुना पानी और नमक से गरारे:
- संक्रमण से हुई गांठ और सूजन को कम करने के लिए नमक वाले गुनगुने पानी से गरारे करें।
2. हल्दी वाला दूध:
- हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- रात को हल्दी वाला दूध पीने से गले की सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
3. अदरक और शहद:
- अदरक का रस और शहद मिलाकर लेने से गले के संक्रमण में आराम मिलता है।
4. भाप लेना (Steam Inhalation):
- भाप लेने से गले की जकड़न और सूजन में राहत मिलती है।
5. तुलसी और काली मिर्च:
- तुलसी के पत्ते और काली मिर्च का काढ़ा पीना गले की गांठ और खराश में मददगार है।
गलें में गांठ होने पर डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि आपको गर्दन में गांठ के साथ-साथ यह लक्षण भी दिखें, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ:
- अगर आपकी गांठ लगातार बढ़ रही हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें|
- खाना खाने, पीने या सांस लेने में कठिनाई हो तो डॉक्टर को दिखाएँ|
- अगर आपका वजन तेजी से घट रहा हो
- आपकी आवाज धीरे-धीरे बदल रही हो
- गांठ कठोर और दर्द रहित हो
निष्कर्ष (Conclusion)
गले में गांठ होना हमेशा गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होता। यह साधारण संक्रमण, थायरॉइड या टॉन्सिल की वजह से भी हो सकता है। लेकिन अगर गांठ लंबे समय तक बनी रहे या बढ़ने लगे, तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है।
गले की गांठ के घरेलू उपचार से जैसे कि- गरारे, हल्दी दूध, अदरक-शहद और भाप लेने से छोटी-मोटी गांठ और सूजन में आराम मिल सकता है। परंतु सही कारण जानने और बड़े खतरे से बचने के लिए समय पर चिकित्सकीय सलाह लेना सबसे जरूरी है।