गर्मियों में मुंहासे क्यों होते हैं?
गर्मियों का मौसम आते ही एक आम समस्या हो जाती हैं जो अधिकतर लोगों को परेशान करती है, वह है चेहरे पर होने वाले मुहासें| जो गर्मियों की तेज़ धूप, पसीना, धूल-मिट्टी और हार्मोनल बदलाव से होता हैं इन सब से त्वचा के रोमछिद्र (Pores) बंद हो जाते हैं और चेहरे पर कील-मुह्सें निकल आते हैं| यह परेशानी सिर्फ किशोरों तक सीमित नहीं है, बल्कि हर उम्र के लोग को प्रभावित करती हैं।
गर्मियों में त्वचा अधिक तैलीय हो जाती है जो पसीना गंदगी के साथ मिलकर बैक्टीरिया को जन्म देता है, जिससे मुह्सों की समस्या बढ़ जाती हैं| यहाँ हम जानेंगे की मुहासे होने का कारण क्या हैं, उसके लक्षण क्या हैं, और मुहासों को ठीक करने का घरेलू उपाय, जिसकी मदद से आप मुहासों से छुटकारा कैसे पाए जान सकते हैं और त्वचा को और भी बेहतर और भीतर से स्वस्थ बना सकते हैं|
मुंहासे निकलने का मुख्य कारण क्या है?
मुंहासों (Pimple) के पीछे कई कारक छुपे होते हैं, विशेष रूप से गर्मी के मौसम में। आइए जानें मुंहासे होने का कारण क्या है?
अत्यधिक पसीना और धूल-मिट्टी:
गर्मी के मौसम में शरीर अधिक पसीना छोड़ता है। जब यह पसीना चेहरे पर जमने वाली धूल-मिट्टी और गंदगी से मिल जाता है, तो यह रोमछिद्रों (pores) को ब्लॉक कर देता है, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।
तेलीय त्वचा (Oily Skin):
जिन लोगों की त्वचा तैलीय (Oily Skin) होती है, उनके पोर्स में सीबम (त्वचा का नैचुरल ऑयल) अधिक मात्रा में बनता है। गर्मियों में यह स्थिति और भी बिगड़ जाती है, जिससे पोर्स जल्दी बंद हो जाते हैं और किल-मुंहासे निकल आते हैं।
हार्मोनल असंतुलन:
गर्मियों में बढ़ता तनाव, नींद की कमी होना, मासिक धर्म (पीरियड्स) और किशोरावस्था जैसे कारणों से शरीर में हार्मोन का असंतुलन पैदा हो सकता है। यह हार्मोनल बदलाव त्वचा में ज्यादा तेल (सीबम) के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और कील-मुंहासों की समस्या सामने आने लगती है।
अनियमित खानपान और डिहाइड्रेशन:
अनियमित खानपान जैसे- फास्ट फूड, अत्यधिक मसालेदार भोजन और मीठे पदार्थों का सेवन मुंहासों को बढ़ाता है। साथ ही, पर्याप्त पानी न पीना से डिहाइड्रेशन होता हैं जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर नहीं निकाल पाता, जो मुंहासों का कारण बन सकते हैं।
त्वचा की सफाई में लापरवाही:
गर्मी में यदि आप दिन में 2-3 बार चेहरा साफ नहीं करते, तो त्वचा पर गंदगी जमा हो जाती है। यह गंदगी और तेल मिलकर मुंहासों को जन्म देते हैं।
कास्मेटिक प्रोडक्ट्स का अधिक प्रयोग:
गर्मी में भारी मेकअप या तेलीय क्रीम्स का उपयोग त्वचा के पोर्स को बंद कर सकता है। साथ ही, कुछ कॉस्मेटिक उत्पाद त्वचा को एलर्जी या जलन पहुचने का कम करते हैं, जिससे पिंपल्स की समस्या और बढ़ जाती है।
मुंहासे के लक्षण क्या हैं?
मुंहासों की पहचान उनके लक्षणों से आसानी से की जा सकती है। ये लक्षण व्यक्ति की त्वचा की स्थिति और मुंहासों की गंभीरता के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं:
चेहरे पर लालिमा और जलन:
मुंहासे निकलने से पहले या उनके दौरान त्वचा पर हल्की से लेकर तेज़ लालिमा दिखाई देती है, यह खासकर माथे पर, नाक पर और गालों पर दिखाई देते हैं।
सूजन और दर्द वाली फुंसियां:
कई बार मुंहासों के साथ सूजन और दर्द भी होता है, जिससे त्वचा पर दबाव डालने पर जलन महसूस होती है।
पस (Pus) से भरे दाने:
कुछ मुंहासे अंदर से सफेद या पीले रंग के होते है क्योंकि उसमें पस भर जाता हैं, जिन्हें दबाने पर पस बाहर आता है। यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
काले या सफेद धब्बे (Blackheads/Whiteheads):
त्वचा की सतह पर छोटे-छोटे काले या सफेद रंग के बिंदु दिखाई देना एक आम लक्षण है। ये बंद रोमछिद्रों का संकेत होते हैं।
मुंहासों के बाद गहरे दाग या निशान:
कई बार मुंहासे ठीक हो जाने के बाद भी त्वचा पर गहरे निशान रह जाते हैं, जिन्हें हटाना कठिन हो सकता है और स्किन ट्रीटमेंट की आवश्यकता पड़ सकती है।
मुंहासे किसकी कमी से होते हैं? | पिंपल किसकी कमी से होते हैं?
मुंहासों के पीछे कई पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जैसे:
- जिंक (Zinc) की कमी
- विटामिन A, E और D की कमी
- पानी की कमी (Dehydration)
- फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी
- इसलिए संतुलित आहार और हाइड्रेटेड रहना बेहद जरूरी है।
मुंहासे कितने प्रकार के होते हैं?
- Whiteheads (सफेद मुंहासे): रोमछिद्र बंद होने पर बनते हैं
- Blackheads (काले मुंहासे): खुली रोमछिद्रों में धूल जमा हो जाती है
- Papules (लाल सूजन वाले मुंहासे): दर्दभरे लाल दाने
- Pustules (पस वाले मुंहासे): सफेद सिर वाले मुंहासे जिनमें पस होता है
- Nodules & Cysts: गहरे और गंभीर दर्दभरे फोड़े
मुंहासों का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Pimples)
अब जानिए वो 10 आसान मुहासें ठीक करने के घरेलू उपाय, जो मुंहासों को जड़ से कैसे खत्म करें? इसका उत्तर साबित हो सकते हैं।
1. नीम का फेस पैक
नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को ख़तम करता हैं
- नीम की पत्तियों को पीसकर फेस पैक बनाएं
- सप्ताह में 2 बार लगाएं
- मुंहासों के लिए फेस पैक में नीम सर्वोत्तम है।
2. एलोवेरा जेल
- एलोवेरा सूजन और जलन को कम करता है
- सोने से पहले प्रभावित स्थान पर एलोवेरा जेल लगाएं यह त्वचा को ठंडक देंगा|
3. बेसन, हल्दी और दही का पैक
- 1 चम्मच बेसन + चुटकी भर हल्दी + 1 चम्मच दही इन सब को अच्छे से मिलाए और चेहरे पर लगाये| और 20 मिनिट बाद धो लें|
- यह फेस पैक मुंहासों का घरेलू उपचार का सबसे लोकप्रिय नुस्खा हैं
4. शहद और दालचीनी
- शहद और दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल गुण
- शहद और दालचीनी का पेस्ट चेहरे पर 15 मिनट लगाएं फिर धो लें|
5. बर्फ से सिंकाई
- बर्फ सुजन को कम करता हैं और रोमछिद्र को साफ़ कर बंद करता हैं|
6. चंदन और गुलाबजल
- चंदन त्वचा को ठंडक देता है और गुलाब जल से स्किन बैलेंस होती है
- दोनों को मिला कर फेस पैक बनाएं और चेहरे पर लगाये सुख जाने के बाद चेहरा धो लें|
7. टी ट्री ऑयल
- 2-3 बूंदे नारियल तेल में मिलाकर लगाएं
- टी ट्री ऑयल बैक्टीरिया को नष्ट करता है
8. खीरा और टमाटर का रस
- खीरा और टमाटर स्किन को ठंडा और टोन करता है
- दोनों का रस निकल कर पिए|
9. गिलोय का रस
- गिलोय शरीर को अंदर से डिटॉक्स करता है
- मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए 15 दिन सेवन करें
10. लौकी और तुलसी का रस
- लौकी और तुलसी का रस पीने से शरीर की गर्मी को कम होती है और हार्मोन संतुलन में सहायता मिलती हैं|
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मुंहासों से बचने के लिए दिनचर्या में बदलाव करें
- रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पिएं
- चेहरे को दिन में 2-3 बार धोएं
- हेल्दी डायट लें – फल, सलाद, फाइबर ज्यादा लें
- ज्यादा तला-भुना, शक्कर, मसालेदार और डेयरी प्रोडक्ट से परहेज करें
- तेलीय क्रीम और हेवी मेकअप ना करें
- मेकअप को अच्छे से साफ़ करें
- तनाव न लें – ध्यान और योग को अपनाएं
मुंहासों के लिए कुछ असरदार फेस पैक (फेस मास्क)
- फुलर्स अर्थ (मुल्तानी मिट्टी) + गुलाबजल + टी ट्री ऑयल
- एलोवेरा + शहद + नींबू रस
- पपीता + नीम पत्तियां + हल्दी पाउडर
यह फेस पैक त्वचा से तेल हटाने में मदद करता हैं, पोर्स साफ करते हैं और मुंहासों का इलाज करते हैं।
मुंहासों को जड़ से कैसे खत्म करें?
मुंहासों को जड़ से खत्म करने के लिए केवल बाहरी उपचार नहीं, बल्कि शरीर की आंतरिक सफाई और हार्मोन संतुलन भी ज़रूरी है। इसके लिए:
- नियमित त्रिफला चूर्ण का सेवन करें
- नीम या गिलोय का काढ़ा बना के पियें
- योग और प्राणायाम करें
- सही स्किन केयर रूटीन अपनाएं
निष्कर्ष
मुंहासे कोई बीमारी नहीं, बल्कि शरीर का संकेत है कि अंदर कुछ असंतुलन हो रहा है। गर्मियों में पसीना, गंदगी और हार्मोनल बदलाव इसके मुख्य कारण होते हैं। पर चिंता करने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि मुंहासों का आयुर्वेदिक उपचार और घरेलू उपाय से आप इसे जड़ से खत्म कर सकते हैं।
अब जब आप जान चुके हैं मुंहासे को जड़ से खत्म कैसे करें?, तो देर न करें — आज से ही यह उपाय अपनाएं और स्वस्थ, साफ और दमकती त्वचा पाएं।