बरसात का मौसम जहां एक तरफ सुकून और ताजगी लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। बारिश के मौसम में वातावरण में नमी, ह्यूमिडिटी और संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता है, जिससे बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए इस मौसम में खानपान और जड़ी-बूटियों के सेवन को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। गलत फूड्स या जड़ी-बूटियों का सेवन पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकता है और इससे फूड प्वाइजनिंग, पेट की समस्याएं या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि किन जड़ी-बूटियों और खाद्य पदार्थों का बारिश के मौसम में सेवन करने से बचना चाहिए:

कुछ जड़ी-बूटियों जो बारिश के मौसम में सेवन नही करना चाहिए (This Herbs are not consumed during the rainy season)
1. गिलोय:
गिलोय एक प्रभावशाली इम्युनिटी बूस्टर मानी जाती है, जो सामान्यतः इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और बीमारियों से बचाव करती है। लेकिन मॉनसून के दौरान इसका अधिक सेवन लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है और पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। इसलिए मॉनसून में गिलोय का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए ताकि शरीर पर इसका नकारात्मक प्रभाव न हो।
2. अश्वगंधा:
अश्वगंधा को एक अद्भुत हर्ब के रूप में जाना जाता है, जो तनाव और एंग्जायटी को कम करने में सहायक होती है। लेकिन बारिश के मौसम में इसका सेवन शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है, जिससे पेट में जलन, गैस्ट्रिक समस्याएं, या त्वचा पर फोड़े-फुंसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए मॉनसून में अश्वगंधा का सेवन कम मात्रा में ही करें।
3. त्रिफला:
त्रिफला आमतौर पर पाचन तंत्र को सुधारने और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है। हालांकि, मॉनसून के मौसम में इसका सेवन पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे दस्त, पेट दर्द या गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बारिश के मौसम में त्रिफला का सेवन करने से बचें।
4. हल्दी:
हल्दी के एंटीसेप्टिक और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण इसे एक अद्भुत मसाले के रूप में जाना जाता है। लेकिन बारिश के मौसम में हल्दी का अत्यधिक सेवन त्वचा में खुजली, एलर्जी या पेट में जलन पैदा कर सकता है। हल्दी को भोजन में सामान्य मात्रा में ही शामिल करें ताकि इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य पर बुरा असर न डाले।

कुछ खाद्य पदार्थों जिन्हें बरसात में सेवन नही करना चाहिए (Some foods that should not be consumed during the rainy season)
1. हरी पत्तेदार सब्जियाँ:
पालक, मेथी, सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी मानी जाती हैं। लेकिन बारिश के मौसम में इन सब्जियों का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इन पर कीटाणु और बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। नमी और मिट्टी के कारण इन्हें ठीक से साफ करना मुश्किल होता है, जिससे पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है।
2. तले हुए और जंक फूड:
बरसात के मौसम में तले हुए खाद्य पदार्थ जैसे पकौड़े, समोसे, चिप्स, और अन्य जंक फूड्स खाने की इच्छा होती है। लेकिन इस मौसम में इन चीज़ों का सेवन पाचन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकता है। तले हुए खाद्य पदार्थों में तेल जल्दी खराब हो सकता है, जिससे एसिडिटी और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
3. समुद्री भोजन (सीफूड):
मॉनसून के दौरान मछली, झींगा और अन्य समुद्री खाद्य पदार्थों से दूरी बनानी चाहिए, क्योंकि इस मौसम में सीफूड का ब्रीडिंग सीजन होता है। इससे उनमें बैक्टीरिया और परजीवी पनप सकते हैं, जो फूड प्वाइजनिंग और अन्य संक्रमणों का कारण बन सकते हैं।
4. मांसाहारी भोजन:
मॉनसून में मांसाहारी भोजन जैसे चिकन, मटन का सेवन करने से बचना चाहिए। इस मौसम में मांस में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से बढ़ते हैं, जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए मॉनसून में मांसाहारी भोजन का सेवन कम करें या पूरी तरह से बचें।
5. चाट और सड़क किनारे का खाना:
सड़क किनारे मिलने वाले गोलगप्पे, चाट और अन्य स्ट्रीट फूड्स मॉनसून के दौरान खाने से बचें। इस मौसम में पानी और सामग्री में बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ जाता है, जिससे संक्रमण और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
Also Read: – बारिश के मौसम में कौनसी जड़ी-बूटियाँ और खाद्य पदार्थ खाने चाहिए?

निष्कर्ष:
मॉनसून का मौसम स्वास्थ्य के लिहाज से थोड़ा संवेदनशील होता है। इस दौरान जड़ी-बूटियों और खानपान के सही चुनाव से आप न केवल संक्रमण से बच सकते हैं, बल्कि अपनी इम्युनिटी भी मजबूत कर सकते हैं। ऊपर बताए गए जड़ी-बूटियों और खाद्य पदार्थों से बचाव करके आप अपने पाचन तंत्र और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकते हैं। मॉनसून का आनंद लेते समय अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।