गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies for Summer Cooling)
आयुर्वेदिक फूड्स का सही चुनाव और जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव हमें गर्मियों की तपती धूप और बढ़ती गर्मी से राहत दिला सकते हैं। इस बढ़ती जा रही गर्मी के साथ हमारे शरीर में भी गर्मी बढ़ जाती है, जिससे थकान लगना, चिड़चिड़ापन होना, सिरदर्द, डिहाइड्रेशन और पेट की समस्याएं होना एक आम बात है। आयुर्वेद के अनुसार, गर्मी के मौसम में पित्त दोष यानी अग्नि तत्व ज्यादा तेज हो जाता है। अगर इसे संतुलित न रखा जाए, तो इससे हमारे शरीर में असंतुलन और कई बीमारियाँ हो सकती हैं। इसके लिए जरूरी है कि हम अपने खानपान और दिनचर्या को मौसम के अनुसार ही ढालें।
आयुर्वेद में ऐसे बहुत से फूड्स और लाइफस्टाइल टिप्स बताए गए हैं जो हमारे शरीर को भीतर से ठंडा बनाए रखते हैं और पित्त दोष को भी नियंत्रित करते हैं। तो आइए जानते हैं गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के लिए 7 आयुर्वेदिक फूड्स और लाइफस्टाइल टिप्स के बारे में।
गर्मियों के लिए 7 आयुर्वेदिक फूड्स (7 Ayurvedic Foods for Summer)
गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडा रखने के लिए 7 आयुर्वेदिक फूड्स निम्न है:
1. नारियल पानी (Coconut Water)
नारियल का पानी प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखने में सहायक होता है और पाचन को दुरुस्त करता है। आयुर्वेद में इसे ‘Sheetal’ (ठंडा) माना गया है।
- नारियल पानी के फायदे:
- यह पित्त दोष को शांत करता है
- यह लिवर को स्वस्थ और साफ रखने में मदद करता है।
- मूत्रमार्ग संक्रमण से बचाता है
2. खीरा (Cucumber)
खीरे में 95% पानी होता है और यह एक बेहतरीन प्राकृतिक कूलिंग एजेंट है। आयुर्वेद में इसे तासीर में ठंडा माना जाता है।
- खीरा का उपयोग करने की विधि:
- भोजन करने से पहले कच्चे खीरे का सलाद लें
- नींबू और पुदीना मिलाकर खीरे का जूस बनकर पिएं
3. दही और छाछ (Curd & Buttermilk)
दही का सेवन पाचन शक्ति मजबूत बनाता है और शरीर को ठंडक प्रदान करता है| छाछ (मट्ठा) में सेंधा नमक और पुदीना मिलाकर गर्मियों के मौसम में दिन में एक बार जरुर पिएं, यह शरीर को ठंडा करता है|
आयुर्वेदिक मान्यता: के अनुसार छाछ को “अमृत तुल्य” कहा गया है जो पाचन अग्नि को संतुलित करता है।
4. तरबूज और खरबूजा (Watermelon & Muskmelon)
तरबूज और खरबूजा दोनों फल गर्मियों में शरीर कि गर्मी को बाहर निकालने में मदद करते है और शरीर में ठंडक पहुंचाते है| इस फलों में पानी कि मात्रा अधिक और शुगर कंटेंट प्राकृतिक ऊर्जा भी देता है|
ध्यान रखें: तरबूज और खरबूजे को कभी भी खाली पेट न खाएं और न ही भोजन के तुरंत बाद खाना चाहिए|
5. गिलोय (Giloy)
गिलोय को आयुर्वेद में ‘अमृता’ कहा गया है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।
- गिलोय का सेवन कैसे करें:
- गिलोय का जूस सुबह खाली पेट पिएं
- या फिर गिलोय की गोली का सेवन करें
6. फालसे और बेल का शरबत
बेल फल की तासीर ठंडी होती है और यह पेट की गर्मी, दस्त और एसिडिटी से राहत देता है। वहीं फालसे का शरबत भी शरीर में ठंडक पहुंचाता है|
इसका उपयोग कैसे करें?
- बेल का पका गूदा, पानी और गुड़ को मिलाकर शरबत बनाकर सेवन करें|
- फालसे का शरबत दिन में एक बार जरूर पिएं|
7. सौंफ और मिश्री का पानी
सौंफ की तासीर अधिक ठंडी होती है। सौंफ को रातभर पानी में भिगोकर रखे, फिर सुबह उसे छाने और उसमें मिश्री मिलाकर पीने से शरीर में शीतलता बनी रहती है| यह आंखों में हो रही जलन को ठीक करता है और आंखों में ठंडक प्रदान करता है|
आयुर्वेदिक लाइफस्टाइल टिप्स (Lifestyle Tips for Summer)
गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के आयुर्वेदिक लाइफस्टाइल टिप्स निम्न है:
1. जल्दी उठना और ठंडे जल से स्नान
गर्मी के दिनों में सूरज जल्दी चढ़ता है, इसलिए ब्रह्म मुहूर्त यानि कि सुबह जल्दी उठकर नहाने से पूरे दिन शरीर में ताजगी बनी रहती है| ठंडे पानी से स्नान करने से शरीर की गर्मी बाहर निकल जाती है|
2. प्राणायाम और योग
गर्मियों के मौसम में शांतिपूर्ण योगाभ्यास और प्राणायाम जैसे “Sheetali”, “Sheetkari” और “Anulom Vilom” करें। यह हमारे शरीर के अंदर गर्मी को कम करता है और मानसिक तनाव से राहत दिलाने में मदद करता है|
3. तेज धूप से बचाव
11 बजे से 4 बजे तक सूर्य की किरणें बहुत तेज होती हैं, जिससे सनबर्न, थकान और डिहाइड्रेशन हो सकता है। ऐसे में घर से बाहर निकलते समय सिर पर कपड़ा रखें, छाता या फिर टोपी का इस्तेमाल करें।
4. हाइड्रेटेड रहें
हर आधे घंटे में पानी पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी, आम पना, बेल शरबत पिएं, यह आयुर्वेदिक पेय शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं।
5. घी का सेवन
शुद्ध देसी घी की थोड़ी सी मात्रा सुबह भोजन में लेने से शरीर में हो रही जलन और पित्त दोष कम होता है, तथा साहिर में ठंडा महसूस होता है|
6. दोपहर में आराम (Power Nap)
गर्मी के मौसम में आयुर्वेद सलाह देता है कि दोपहर में थोड़ी देर सो लें, इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
7. कपड़े और रंगों का चयन
गर्मी के मौसम में हल्के रंगों और सूती कपड़ों का चयन करें| सफेद, हल्का पीला, हल्का नीला रंग शरीर में शीतलता का भाव लाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
गर्मियों में शरीर को स्वस्थ और ठंडा रखना बहुत ही जरूरी है| अगर हम गर्मी के मौसम में आयुर्वेद के अनुसार अपने खान पान और जीवनशैली में थोडा सा बदलाव करें तो हम गर्मी से होने वाली सुविधाओं से आसानी से बच सकते है| ऊपर बताए गए आयुर्वेदिक फूड्स और लाइफस्टाइल टिप्स को अपनाकर आप इस मौसम को शांति, स्वास्थ्य और ऊर्जा के साथ बिता सकते है| तो आज ही इन टिप्स को फॉलो करें|