
खसरा रोग
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खसरा क्या होता है?
खसरा (Measles) का परिचय, यह एक संक्रामक वायरल रोग है जो मुख्य रूप से बच्चों में ज्यादा देखने को मिलता है। मीजल्स रोग अत्यधिक संक्रामक होता है और यदि खसरा रोग का इलाज समय पर नहीं किया जाए, तो यह एक स्वास्थ्य संबंधित गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकता है| खसरा रोग के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते, खांसी और आंखों में जलन जैसे रोग शामिल हैं।
यहाँ, हम खसरा रोग होने के कारण, लक्षण तथा बचाव के घरेलू उपचार के बारें में विस्तार से चर्चा करेंगे।
खसरा रोग क्या है?
खसरा (Measles) एक वायरल संक्रमण है, जो Measles Virus (Paramyxovirus Family) के कारण होता है। मीजल्स मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से फैलता है। मीजल्स वायरस श्वसन प्रणाली (Respiratory System) को अधिक प्रभावित करता है और हमारे शरीर में लाल चकत्तों उत्पन्न करता है।
खसरा कैसे फैलता है?
खसरा वायरस कई कारणों से फ़ैल सकता है, जैसे कि यह किसी संक्रमित व्यक्ति की खासी, छींक, लार और संक्रमित सतहों से फैल सकता है| यह वायुजनित (Airborne) संक्रमण के रूप में भी फैलता है और यह हवा में कई घंटों तक सक्रिय रह रहता है।
खसरा रोग से सबसे ज्यादा कौन प्रभावित होता है?
- खसरा रोग का खतरा ज्यादातर छोटे बच्चो में (6 महीने से 5 साल तक) अधिक रहता है|
- यह उन लोगो को अधिक प्रभावित करता है जिन्होंने खसरा का टीका नहीं लगाया हो|
- जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है उन्हें यह वायरस अधिक प्रभावित करता है|
- कुपोषित बच्चो को खसरा अधिक प्रभावित करता है|

खसरा रोग किस कारण होता है?
खसरा रोग होने का मुख्य कारण Measles Virus (Morbillivirus) है। यह संक्रमण मुख्य रूप से तब फैलता है जब कोई स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है। इसके कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना – यदि कोई व्यक्ति खसरा से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो उसे भी यह रोग हो सकता है।
- खांसने और छींकने से वायरस का फैलना – संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी से निकले वायरस हवा में फैल सकते हैं और स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं।
- गंदे हाथ और संक्रमित वस्तुएं – यदि कोई व्यक्ति संक्रमित सतहों या चीजों को छूकर अपने मुंह, नाक या आंखों पर हाथ लगाता है, तो वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है।
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली – जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) कमजोर होती है, वे जल्दी संक्रमित हो सकते हैं।
खसरा के लक्षण क्या है?
खसरा रोग के लक्षण संक्रमण के 10 से 14 दिनों के बाद दिखाई देते हैं। इसके कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
खसरे के प्रारंभिक लक्षण (शुरुआती 3-4 दिन):
- तेज बुखार आना (104°F तक हो सकता है)
- सूखी खांसी और गले में खराश होना
- नाक से पानी बहना (Runny Nose)
- आंखों में जलन और लालिमा होना (Conjunctivitis)
खसरे के मुख्य लक्षण (5-7 दिन बाद):
- शरीर पर लाल चकत्ते (Rashes) होना| ये चेहरे से शुरू होते हैं और पूरे शरीर में फैल जाते हैं।
- कान के पीछे, गर्दन और छाती पर दाने
- मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी
- मुंह के अंदर छोटे सफेद धब्बे (Koplik Spots)
गंभीर लक्षण (यदि इलाज न किया जाए):
- सांस लेने में तकलीफ (Pneumonia का खतरा)
- डिहाइड्रेशन (Dehydration)
- दौरे (Seizures)
- दिमागी संक्रमण (Encephalitis)

खसरा से बचाव के उपाय
टीकाकरण (Vaccination) सबसे जरूरी उपाय:
- MMR वैक्सीन (Measles, Mumps, Rubella Vaccine) खसरा से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है।
- पहला डोज 9-12 महीने की उम्र में और दूसरा डोज 15-18 महीने की उम्र में दिया जाता है।
- जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें तुरंत वैक्सीन लगवानी चाहिए।
सावधानियां और बचाव के अन्य तरीके:
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें।
- हाथ धोने की आदत डालें और स्वच्छता बनाए रखें।
- संक्रमित व्यक्ति की चीजें जैसे तौलिया, कपड़े, बर्तन आदि अलग रखें।
- पौष्टिक आहार लें जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत हो।
खसरा रोग का घरेलू इलाज
इसका किसी प्रकार का कोई एलोपैथिक इलाज नहीं है, लेकिन खसरे के घरेलू उपचार से इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है|
बुखार और शरीर दर्द के लिए
- तुलसी और शहद – तुलसी की पत्तियों का रस शहद में मिलाकर पीने से शरीर में ठंडक होती है।
- गिलोय का काढ़ा – गिलोय से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बुखार कम होता है।
- नीम के पत्ते – नीम के पत्तो को पानी में उबालकर ठंडा करके नहाने से त्वचा पर हो रहे लाल दाने जल्दी ठीक हो जाते है|
शरीर पर चकत्ते और खुजली के लिए
- संदल की लकड़ी का पेस्ट – चकत्तों पर चंदन का लेप लगाने से राहत मिलती है।
- एलोवेरा जेल – एलोवेरा का रस त्वचा की जलन और खुजली कम करता है।
- हल्दी और नारियल तेल – हल्दी को नारियल के तेल मिलाकर लगाने से संक्रमण कम होता है।
खांसी और गले में खराश के लिए
- अदरक और शहद – अदरक के रस में शहद मिलाकर पीने से खांसी में आराम मिलता है।
- मुलेठी की चाय – गले की खराश और सूजन को कम करने के लिए मुलेठी बहुत फायदेमंद होती है।
शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए
- नारियल पानी – नारियल का पानी शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता।
- गाजर का जूस – यह विटामिन A से भरपूर होता है और आंखों की जलन कम करता है।
- नींबू पानी और छाछ – शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।

निष्कर्ष
खसरा वायरस से होने वाली खतरनाक बीमारी है, परन्तु सही प्रकार से देखभाल, समय पर टीकाकरण और घरेलू उपचार से खसरा रोग को रोका जा सकता है और उसे ठीक किया जा सकता है| अगर किसी को खसरे के लक्षण दिखाई दे तो जल्द किसी चिकित्सक से सलाह ले और इससे बचाव में सावधानी बरतें| खसरे से बच्चो को अधिक खतरा होता है, इसलिए बच्चों को समय पर MMR वैक्सीन जरूर दिलवाएं और स्वच्छता का ध्यान रखें। घरेलू नुस्खों से खसरा रोग का इलाज किया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी होता है|